स्वतंत्रता सेनानी चिंतामणि शर्मा का कहना है कि आज का मतदाता जागरूक व पढा लिखा है जो देश के विकास व तरक्की के लिए बेहतर सोच रखता है।


 हिमाचल प्रदेश सोलन के स्वतंत्रता सेनानी चिंतामणि शर्मा 87 वर्षीय पुत्र स्व गोविंद राम शर्मा हाटकोट निवासी का कहना है कि देश आजाद होने के बाद का चुनाव और आज के चुनाव में दिन रात का अंतर है आजादी से पहले सिर्फ गिने-चुनी पार्टियां और नेता हुआ करते थे। जिसके पीछे पूरा देश चलता था और मतदान के समय प्रत्याशी के कम ही विकल्प हुआ करते थे।  जैसे जैसे देश विकसित होता गया देश में राजनीतिक पार्टियां और राजनेता बढ़ते चले गए।पहले समय में लोग ज्यादा पढ़े लिखे नहीं होते थे और पूरा गांव, कस्बा एक ही जगह वोट डाल दिया करता था। परंतु आज समय बहुत बदल चुका है हर राजनीतिक पार्टी  अपना अच्छा होने का प्रमाण देती है और चुनाव आयोग द्वारा भी बहुत सी सुविधाएं मतदाताओं को दी गई है। चुनाव आयोग द्वारा  मतदाताओं की सुविधाओं के लिए जगह-जगह वोटिंग बूथ सुनिश्चित किए गए हैं। स्वतंत्रता सेनानी चिंतामणि शर्मा 1962 से लेकर 1972 तक कुनिहार पंचायत के प्रधान भी रह चुके हैं उस समय कोठी , हाटकोट  व कुनिहार तीनों, कुनिहार पंचायत में हुआ करती थी।

उनके अनुसार उन्होंने बहुत सी राजनीतिक पार्टियों को सत्ता में आते हुए देखा है।  और सरकारें गिरते हुए भी देखीं हैं।  उन्होंने कहा कि मौसम कितना भी खराब हुआ हो मैंने हमेशा मतदान  किया है।  क्योंकि हम अच्छे व्यक्ति को चुनकर लाएंगे तभी तो अच्छा देश बन पाएगा। पार्टी देखने से पहले ये देखना जरूरी है कि प्रत्याशी कितना अनुभवी है और वो क्षेत्र के विकास के लिए कार्य कर सकता है या नहीं। आज मतदाता जागरूक व पढा लिखा है जो देश के विकास व तरक्की के लिए बेहतर सोच रखता है।

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