जम्मू से आए सूर्यवंशी राजपूत अभोज देव ने कुनिहार रियासत की रखी थी नींव
हिमाचल प्रदेश के अस्तित्व में आने से पूर्व कुनिहार एक छोटी सी रियासत थी। कुनिहार रियासत को संवे मुलख के नाम से मशहूर इस क्षेत्र को प्राकृतिक सौंदर्य के कारण छोटी विलायत भी कहा जाता है व छोटी विलायत के नाम की कान में भनक पड़े तो मानस पटल पर एक दम कुनिहार का नक्शा उभर जाता है। दसवीं शताब्दी के आस पास अखनूर जम्मू से आए सूर्यवंशी राजपूत अभोज देव द्वारा कुनिहार रियासत की नींव रखी व इस रियासत के अंतिम शासक राणा हरदेव सिंह थे।
कुनिहार जनपद आज बहुत तेजी से शहरीकरण की और बड़ रहा है।चारो ओर से पर्वतीय शैल मालाओं की हरित घाटियों से घीरा कुनिहार प्रदेश में आज अपनी एक अलग ही पहचान बनाता है।पहाड़ी रास्तो पर चलते हुए जब कुनिहार में प्रवेश करते है तो कोठी घाटी से तालाब तक समतल टापू सा दिखने वाला कुनिहार शहर अपनी खूबसूरती खुद ही बयान करता है।जिला मुख्यालय सोलन व प्रदेश की राजधानी शिमला से कुनिहार मात्र 40 किलोमीटर की दुरी पर है। कुनिहार शहर जंहा आज करयांना ,कपड़ा,रेडीमेट व अन्य थोक के कारोबार में हिमाचल प्रदेश में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है,तो वंही शिव तांडव गुफा,शिवमंदिर तालाब ,बनिया देवी सहित कई पर्यटन स्थल भी लोगो को अपनी और आकर्षित करते है।
शिव तांडव गुफा तो विश्व मानचित्र पर अपना नाम बना चुकी है व यंहा पर दूर दराज क्षेत्रो से आये दिन पर्यटकों की भीड़ रहती है।वंही बनिया देवी भी पर्यटन विभाग की ''कहानी गावं गावं की ''में अपना नाम दर्ज करवा चूका है।वंही तालाब के सौन्दर्यकरण के लिए कुनिहार पंचायत व् पर्यटन विभाग सजिन्दगी से कार्य कर रहे है।हिमाचल पर्यटन विभाग द्वारा कुनिहार शहर के इन महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों को विकसित करने में कोई कसर नही छोड़ी है व अब वो दिन दूर नही है जब प्रदेश में कुनिहार पर्यटकों के लिए महत्वपूर्ण स्थल होगा।कुनिहार के नामकरण को लेकर एक पुरातन कहानी भी है।इस सुंदर से टापू के चारो और कुणी खड़ बहती है जो कि इस टापू को हार सा पहनाती नजर आती है।इसी कारण प्रदेश की इस खूबसूरत वादी का नाम कुनिहार पड़ा।कुनिहार जनपद की माटी के लोग भी अपार प्रतिभा के धनी है।
क्षेत्र के युवाओ में जंहा अलीशा छोटे पर्दे ज़ी टीवी पर जवांई राजा व कई अन्य धारावाहिको में लीड भूमिका में अपनी अदाकारी से देश विदेश में कुनिहार क्षेत्र का नाम रोशन कर रही है । वहीं कृतिका तनवर, हिमाशीं तनवर सोनी टीवी ,एंडीटीवी व पंजाब मे अपनी आवाज से नाम कमा रही है उसके साथ हि गोगी बैंड व रुद्राक्ष बैंड हिमाचल तथा बाहरी राज्यों मे कुनिहार का नाम रोशन कर रहे हैं स्व० ठाकुर हरिदास जैसे व्यक्तित्व प्रदेश में विकास के मसीहा के रूप में जाने जाते है,तो लोक गायिकी में स्व० हेत राम तनवर ने राष्ट्रपति अवार्ड पा कर कुनिहार क्षेत्र का नाम रोशन किया है,तो वन्ही बाबू कांशी राम जैसे स्वतंत्रता सेनानी भी कुनिहार की धरती पर ही पैदा हुए व स्वन्त्रता संग्राम में इनकी उलेखनीय भूमिका रही। कुनिहार के इतिहास को सजोंये रखने में कुनिहार क्षेत्र के प्रख्यात साहित्यकार स्व०प्रो०नरेंद्र अरुण जी का उल्लेखनीय योगदान रहा है। ............
- @ Akshresh Sharma
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