रामायण काल के सम्बंध से जुड़ा है कसौली का प्रसिद्ध पर्यटक स्थल मंकी पॉइंट

मंकी पॉइंट पर पड़े थे हनुमान जी के पांव


 हिमाचल  की धरा पर बने देवी देवताओं के हजारों मंदिर इस तथ्य को प्रतिपादित करते हैं कि वह हिमाचल की धरती शुरू से ही देवी देवताओं के वास का स्थान रही है। तभी हिमाचल को देवभूमि भी कहा जाता है यहां आने वाले लोग खुद को कुदरत की गोद में होने का आनंद लेते हैं प्रदेश के प्रसिद्ध शक्तिपीठ में माता श्री नैना देवी ,श्री ज्वाला जी , श्री चिंतपूर्णी जी ,माता ब्रजेश्वरी मंदिर ,श्री चामुंडा जी ,बाबा बालक नाथ मंदिर व श्री रेणुका जी सहित अनेकों मंदिर वह धार्मिक स्थल देश-विदेश के लोगों को आस्था का केंद्र बने हुए हैं। आज हम ऐसे ही एक अन्य धार्मिक स्थल की बात कर रहे हैं जो पवन पुत्र हनुमान जी को समर्पित है वह स्थल पर्यटन नगरी कसौली का प्रसिद्ध मंकी पॉइंट है यहां देश-विदेश के पर्यटक वर्ष भर आते हैं यह स्थल भारतीय वायुसेना स्टेशन के तहत आता है इससे वहां सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा जाता है


रामायण काल से जुड़ा है संबंध



मंकी प्वाइंट कसौली का संबंध रामायण काल से ही जुड़ा है और इसलिए इसका धार्मिक महत्व श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बना हुआ है ऐसा माना जाता है कि जब लंका में राम और रावण युद्ध के दौरान मेघनाथ के शक्ति बाण से लक्ष्मण मूर्छित हो गए थे। तो हनुमान जी को संजीवनी बूटी लाने के लिए हिमाचल भेजा था। संजीवनी बूटी के बजाय हनुमान जी पूरा हिमालय पर्वत ही उठा लाए थे हिमालय पर्वत लाते समय उनका बांया पांव कसौली कि इस ऊंची पहाड़ी पर टिका था जिस कारण इस भूखंड की आकृति विशाल दाएं पांव की तरह है यहां पर पहाड़ी पर बने मंदिर खुद में कुदरती गोद में बैठा हुआ महसूस किया जा सकता है



 मंदिर की पहाड़ियों पर बंदरों की टोलियां अठखेलियां करती रहती हैं। और कई बार लोगों से प्रसाद भी छीन लेते हैं इसलिए वहां खाद्य वस्तुएं ले जाना मना है वहां से एक और शिमला ,चायल,श्री नैना देवी ,कांगड़ा और ऊपर की तरफ हिमाचल की बर्फ से ढकी नजर आती है इससे दूसरी और चंडीगढ़, पंचकूला व मैदानी राज्यों के दृश्य मन मोह लेते हैं।


संजीवनी हनुमान मंदिर में करें हनुमंत के दर्शन



कसौली बस स्टैंड से करीब 4 किलोमीटर दूर वायु सेना स्टेशन है जहां से पूरी जांच प्रक्रिया के बाद ही आगे जाया जा सकता है। 300 मीटर की खड़ी पहाड़ी पर रेलिंग वाले रास्ते से चलकर ही मुख्य मंकी पॉइंट हिल पर बने संजीवनी हनुमान मंदिर में बजरंगबली के दर्शन किए जा सकते हैं। पहले यह स्थान स्थानीय करवाड़ देव के लिए भी जाना जाता था। और आसपास के ग्रामीण करवाड़ देव की पूजा करते थे । जब से एयर फोर्स स्टेशन वहां बना है तब से  मंदिर का सुंदरीकरण शुरू हुआ। और मंदिर के अलौकिक दर्शन दूर क्षेत्र से भी किए जा सकते हैं मंदिर में सुबह शाम पूजा होती हैं मंदिर सुबह 9 बजे खुल जाता है और शाम को 4 बजे बंद हो जाता है ।मंदिर की चढ़ाई चढ़ते समय राम नाम के दोहे रास्तों पर लिखे हैं। मंदिर में हनुमान जयंती पर विशाल भंडारे का भी आयोजन होता है।


नियमों का रखें पूरा ध्यान




यह मंदिर वायुसेना के स्टेशन में आता है इसलिए वहां नियमों का पूरा ध्यान रखें स्टेशन में प्रवेश करते समय हथियार, मोबाइल ,पेन ड्राइव, कैमरा, दूरबीन, रेडियो ,वॉकमैन ,लाइटर,MP3 प्लेयर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान ले जाना वर्जित है। इसलिए वहां आने वाले श्रद्धालुओं को इसका पूरा ध्यान रखना चाहिए और साथ ही प्लास्टिक ,खाद्य वस्तुएं ना ले जाएं।

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