हरियाणा-उत्तराखंड की तर्ज पर हिमाचल में पत्रकारों को मिले पेंशन : रणेश राणा


राजन पुंडीर चुने गये एचपीयूजे जिला सिरमौर के अध्यक्ष

नाहन (सिरमौर)

हिमाचल प्रदेश यूनियन ऑफ  जर्नलिस्टस की बैठक नाहन परिधि गृह में प्रदेश अध्यक्ष रणेश राणा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जितेंद्र ठाकुर व प्रदेश मीडिया प्रभारी श्याम लाल पुंडीर विशेष रूप से उपस्थित रहे। एचपीयूजे के प्रदेशाध्यक्ष रणेेश राणा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि वह उनके प्रत्येक समस्याओं को सरकार के साथ उठाने के लिए कार्य कर रहे हैं। उन्होंने हरियाणा और उत्तराखंड की तरह हिमाचल प्रदेश में भी मान्यता प्राप्त पत्रकारों को पेंशन की सुविधा प्रदान करने की मांग की। 
साथ ही प्रदेश सरकार से मांग कि जब शिमला में राज्य पत्रकारों को सरकार आवास की सुविधा मुहैया करवा रही है, तो इसी तरह जिला मुख्यालय पर भी जिला ब्यूरो प्रभारियों को आवास की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। राणा ने कहा कि पच्छाद में भाजपा के नेता व पदाधिकारियों द्वारा पत्रकारों के परिजनों के अनावश्यक रूप से तबादले किए जा रहे हैं। यह मामला शीघ्र ही मुख्यमंत्री से उठाया जाएगा। यदि मुख्यमंत्री ने इस पर तत्काल कोई कार्यवाही नहीं की, तो मामला राष्ट्रीय कार्यकारिणाी के माध्यम से प्रधानमंत्री के संज्ञान में भी लाया जाएगा।
 इस बैठक में उपस्थित सिरमौर प्रैस क्लब के सदस्यों ने सर्वसम्मति से राजन पुंडीर को एचपीयूजे का जिला अध्यक्ष चुना। शीघ्र ही जिला कार्यकारिणी का भी विस्तार कर लिया जायेगा। नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्टस (एनयूजे इंडिया) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जितेंद्र ठाकुर, सुमित शर्मा प्रदेश मीडिया प्रभारी श्याम लाल पुंडीर ने कहा कि जब प्रदेश में दो विधायकों ने हरियाणा की तर्ज पर हिमाचल प्रदेश के पत्रकारों को पेंशन दिए जाने का मुददा उठाया। तो जयराम सरकार ने उसको तुरंत अस्वीकार कर दिया। हरियाणा की खट्टर सरकार ने पत्रकारों के लिए 10 हजार रूपये पेंशन का प्रावधान कर रखा है, तो हिमाचल के पत्रकारों से भेदभाव क्यों किया जा रहा है।  तो पत्रकार जो समाज का आईना है और हर छोटे-बडे की आवाज उठाता है। तो उसके गुजारे की चिंता कौन करेगा।
 जबकि न तो समाचार पत्र उतना मानदेय दे पाते है और सरकारों से भी पत्रकारो को तिरस्कार ही मिलता है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जितेंद्र ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के मीडिया संगठन अब जाग चुके हैं।  यदि 31 मार्च तक हम अपने मुददों को लेकर शांतिपूर्वक तरीके से उठाएंगे और उसके बाद भी अगर जयराम सरकार ने उनकी नहीं सुनी, तो शिमला में सरकार का खिलाफ धरना-प्रर्दशन किया जाएगा। बैठक में चंद्र ठाकुर, हितेश शर्मा, प्रताप सिंह, दीपक पंवार, धर्म सिंह, सुरत पुंडीर, शैलेश सैनी, अब्दुल, प्रिंयका शर्मा व एचपीयूजे जिला प्रभारी ओमपाल सिंह मौजूद रहे।

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