नारी सशक्तिकरण के लिए लिखी एक क्षणिका

हिमाचल प्रदेश सोलन (राज) 



मैने दहलीज़ लांघी तो 
रोका मुझे एक औरत ने।
मै चली मर्दों के साथ
तो लाख सवाल उठाए एक औरत ने।


मै दहेज के लिए जली
तो जलाया एक औरत ने।
हाँ एक औरत ने एक औरत का साथ दिया होता 
तो मुझे अपने उद्धार के लिए चिल्लाना न पड़ता।

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